आधार कार्ड के बारे में एक बात जान लेना बहुत जरूरी है। यह उन लोगों के लिए है जिनका संबंध भारत से है। जो भारत में रहते हैं या काम के सिलसिले में विदेश चले गए हैं, वे आधार कार्ड के लिए पात्र हैं। यह कार्ड भारत के बाहर रहने वाले एनआरआई को सुविधाओं का लाभ देने के लिए जरूरी है। इसका नागरिकता से कोई सरोकार नहीं है।
आधार कार्ड भारत में वैध रूप से रहने वाले विदेशी भी बनवा सकते हैं और विदेशों में जा बसे भारतीय भी। अधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया एनआरआई के लिए भी बेहद सरल है। उनको भी भारतीयों की तरह इनरोलमेंट केंद्रों पर सारे दस्तावेजों के साथ उपस्थित होना होगा। उनके लिए ऑनलाइन सुविधा के दरवाजे नहीं खोले गए हैं।
वे सिर्फ यूआईडीएआई की वेबसाइट से आधार कार्ड के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं या ऑनलाइन कार्ड को डाउनलोड कर सकते हैं।
एनआरआई का आधार कार्ड भारत में ही बनेगा
एनआरआई को विदेश में ही आधार कार्ड बनवाने की सुविधा नहीं मिलेगी। उनका आधार कार्ड तभी बनेगा जब वह भारत में इनरोलमेंट केंद्र पर स्वयं उपस्थित होंगे। विदेश में रहने वाले यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाकर यह जान सकते हैं कि उनको आधार काड बनवाने के लिए किन-किन स्टेप्स को फॉलो करना है।
उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज वह है जो उनके भारतीय होने व विदेश में जाकर काम करने की तस्दीक करता हो। यह वीजा व पासपोर्ट हो सकता है। इससे यह साबित हो जाएगा कि वे भारतीय हैं और काम के लिए सिलसिले में विदेश में जा बसे हैं। जिन बच्चों का जन्म भारत के बाहर हुआ है, उनको भी आधार कार्ड जारी हो सकता है।
इसके लिए भारतीय माता-पिता को बच्चे के जन्म के प्रमाण पत्र को दाखिल करना होगा। यह दस्तावेज हॉस्पिटल या लोकल अथॉरिटी द्वारी जारी किए गए बर्थ सर्टिफिकेट हो सकते हैं। इसे भारतीय अधिकारी ऑनलाइन ही चेक कर लेंगे।
ग्रीन कार्ड को भी कर सकते हैं प्रस्तुत | Produce to Green card
एनआरआई को वीजा व पासपोर्ट के साथ ग्रीन कार्ड भी जमा करना होगा। यह कार्ड उन लोगों को मिलता है जिनको एक तरह से दूसरे देश में आजीवन रहने का अधिकार मिल जाता है। इसके बावजूद उनको भारतीय नागरिक भी माना जाता है। जो भारत में वर्षों से न आए हों, वह भी आधार कार्ड के लिए एप्लाई कर सकते हैं।
जब वे अपने दस्तावेजों को जमा कर देंगे तो भारतीय अधिकारी इसका परीक्षण करेंगे। यह अधिकारियों पर निर्भर करेगा कि वह किसी एनआरआई को आधार कार्ड के लिए पात्र मानते हैं या अपात्र।
बायोमैट्रिक निशान भी लिए जाएंगे | Collection of Biometric marks
सिर्फ दस्तावेजों को जमा कर देने भर से एनआरआई का काम नहीं हो जाएगा। उनको भी भारत में रहने वाले लोगों की तरह रेटिना व फिंगर प्रिंट को स्कैन कराने के लिए भौतिक रूप से भारतीय अधिकारियों के सामने उपस्थित होना होगा। फार्म जमा करने से पहले वे अपने लिए वेबसाइट के जरिए एप्वाइंटमेंट फिक्स कर सकते हैं।
एप्वाइंटमेंट उनको यूआईडीएआई की वेबसाइट पर मिल जाएगा। उनको किस तारीख पर, किस केंद्र पर और किस वक्त उपस्थित होना है, यह जानकारी वेबसाइट के जरिए मिल जाएगी। अगर एनआरआई को समय सूट नहीं करता है तो वह विकल्प भी दे सकता है। उसके द्वारा दिए गए समय पर अगर भारतीय अधिकारी फ्री होंगे तो उसको बुला लिया जाएगा।
फोटो भी ली जाएगी | Click your photo
जिस वक्त एनआआरआई बायोमेट्रिक निशान देने के लिए उपस्थिति होंगे तभी उनकी वेबकैम से फोटो भी ली जाएगी। एनआरआई अपनी खुद की खिंचवाई फोटो न लेकर आएं। यह मान्य नहीं है। एक बार सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आधार कार्ड को तैयार होने में अधिकतम तीन महीने का वक्त लगता है। आम भारतीयों की तरह ही वेबसाइट पर जाकर एनआरआई आधार कार्ड का स्टेटस चेक कर सकते हैं। इसके लिए उनको यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाना होगा। वहां पर उनको चेक आधार कार्ड स्टेटस का ऑप्शन मिलेगा। वे इसको क्लिक कर दें। उनको जवाब मिल जाएगा।
डाउनलोड भी कर सकते हैं | Process of downloading
जैसे ही आधार कार्ड बनकर तैयार हो जाएगा, एनआरआई को उनके मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए, इसकी सूचना दे दी जाएगी। एसएमएस में ही उनका आधार कार्ड नंबर भी लिखा होगा। वे यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाकर आधार नंबर को फीड करें। उनसे नामांकन नंबर भी मांगा जाएगा। वे प्रक्रिया को पूरी कर ऑनलाइन ही आधार कार्ड को डाउनलोड कर सकते हैं।
क्यों है जरूरी | Why Must
एनआरआई के लिए भी आधार कार्ड बहुत जरूरी है। वे भले ही विदेशों में रहकर काम करते हों लेकिन वक्त-वक्त उनका भारत में भी काम पड़ता रहता है। जैसे पैन कार्ड बनवाना, इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करना। इसी साल जुलाई से एनआरआई के लिए भी इनकम टैक्स रिटर्न को दाखिल करना अनिवार्य कर दिया है। अब जिन एनआईआर ने आधार कार्ड नहीं बनवाया है, उनको भी इसकी जरूरत होगी। उनको सबसे पहले अपने पैन को आधार कार्ड से लिंक करवाना होगा। यह प्रक्रिया ऑनलाइन संभव है। पैन कार्ड को लिंक कराने के बाद ही इनकम टैक्स रिटर्न के लिए वे पात्र हो सकेंगे। अगर उनका पैन कार्ड आधार से लिंक नहीं है तो वे इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भर पाएंगे।
भारत की कमाई होगी दिखानी | Nri will have to show income in india
एनआरआई को इनकम टैक्स को लेकर बहुत परेशान होने की जरूरत नहीं है। वे विदेशों में जो भी कमाते हैं, उसका भारत सरकार से कोई लेना देना नहीं। जब वे अपनी कमाई को भारत भेजते हैं तो उसका भारतीय मुद्रा में परिवर्तन किया जाता है। इसके बदले बैंक उनसे सेवा शुल्क तो पहले से ही लेते हैं। अगर वे भारतीय संपत्ति या भारत में निवेश के जरिए भारत में कमाई करते हैं तो उनको इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करना ही होगा। इसके लिए उनके पास पैनकार्ड भी होना चाहिए। कई एनआरआई भारत में अपनी संपत्तियों को किराए पर देकर या निवेश के जरिए आय अर्जित करते हैं। उनको सारी कमाई लिखापढ़ी में होती है।