आपने बैंक एकाउंट को आधार से लिंक किया? क्या कहा, अभी नहीं। ऐसा क्यों कर रहे हैं भाई। आधार से दूरी आपके लिए बड़ी मुसीबत का सबब बन सकती है। अब तक आधार से एकाउंट को लिंक नहीं किया तो इसके दो ही नतीजे सामने आ सकते हैं। पहला यह कि आपका बैंक एकांउट या तो बंद हो गया होगा या बस बंद होने वाला होगा। तो देरी न करें। अपने एकाउंट को चलाते रहना चाहते हैं तो बिना वक्त गंवाए अपनी ब्रांच पर पहुंचे और फटाफट इसे आधार से लिंक करा दें। ऐसा नहीं है कि आपको बैंक का चक्कर लगाना पड़े। आप घर बैठे इंटरनेट की मदद से भी अपने एकाउंट को आधार से लिंक करा सकते हैं। यह तरीका काफी आसान और सुरक्षित है।
नेट बैकिंग जरूरी | Net banking must
बैंक एकाउंट को आधार से घर बैठे लिंक कराना चाहते हैं तो आपके पास नेट बैंकिंग की सुविधा होनी चाहिए। इसका मतलब है कि आप इंटरनेट के माध्यम से लेनदेन करते हों। अगर ऐसा नहीं है तो भी कोई दिक्कत नहीं होगी। अब आपको बैंक को रिक्युएस्ट भेजकर नेट बैंकिंग की सुविधा को चालू करना होगा और एक मजबूत पासवर्ड बनाना होगा। बैंक इस काम में आपकी मदद करेगा और 24 घंटे के भीतर ही यह सुविधा चालू कर दी जाएगी। फिलहाल अगर आप नेट बैंकिंग को सेफ नहीं मानते हैं तो आपके पास ऑफलाइन ही ऑप्शन बचता है। पहले हम आपको नेट बैंकिंग के माध्यम से बैंक एकाउंट को आधार से लिंक कराने का तरीका समझाते हैं।
यह तरीका अपनाए | Apply this process
सबसे पहले अपने बैंक की नेट बैंकिंग सेवा में प्रवेश करें। नेट बैंकिंग में जाने के लिए आपको अपने बैंक की वेबसाइट को ओपन करना होगा। वहां पर आपको कस्टमर आईडी, नामांकन संख्या व पासवर्ड को डालना होगा। अगर पहले से नेट बैंकिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप सीधे पिन डालकर प्रवेश कर सकते हैं। जैसे ही बैंक का मेन पेज ओपन होगा आपको साइट के ऊपर ही आधार कार्ड विवरण को अपडेट करें का विकल्प दिखाई देगा। इसे क्लिक कर दें। क्लिक करते ही आप दूसरे पेज पर पहुंच जाएंगे।
भरनी होंगीं सारी जानकारियां | Fill all information
नए पेज पर आपको सबसे पहले अपने आधार कार्ड का नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद कुछ और जानकारियां भी दर्ज करानी होंगी। जैसे ही आपका काम पूरा हो जाए सबमिट बटन को क्लिक कर दें। आधार कार्ड को वेरीफिकेशन के बाद आपके बैंक एकाउंट से लिंक कर दिया जाएगा। जैसे ही एकाउंट आधार से लिंक होगा आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस व ईमेल आ जाएगा। आपकी जानकारियों को बैंक के डॉटा बेस में सहेज कर रखा जाएगा। राष्ट्रीय भुगतान निगम भारत यानि एनसीपीआई की तरफ से फोन कॉल भी आ सकता है। आपकी जानकारी को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी बैंक की होगी। अगर कोई जानकारी लीक होती है तो आप बैंक पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्रत होंगे। ऑनलाइन लिंक कराने की प्रक्रिया काफी आसान है। आपको जानकार हैरत होगी कि महानगरों में रहने वाले 30 फीसदी लोगों ने अपने एकाउंट को ऑनलाइन ही आधार से लिंक करवाया है।
ऐसे करें ऑफलाइन आवेदन | How to apply offline
जिनको इंटरनेट से एलर्जी है, उनके लिए पुराना और थकाऊ रास्ता भी मौजूद है। टेंशन न लें, आपको बहुत ज्यादा नहीं दौडऩा होगा। आप सीधे अपने बैंक की ब्रांच पर पहुंचे और पर्सनल मैनेजर से संपर्क करें। अगर आपके पास आधार को लिंक कराने का मैसेज आया है तो इसकी जानकारी उनको दें। हो सकता है कि आपसे आधार कार्ड की फोटो स्टेट ले ली जाए और पर्सनल बैंकर पल भर में ही आधार को ऑनलाइन लिंक कर दे। ऐसी सुविधाएं आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, आईडीबीआई जैसे बैंक दे रहे हैं लेकिन आप तो जानते ही हैं कि हमारे देश के अधिकांश बैंकों में कागज कलम के सहारे ही काम चल रहा है। वहां पर आपको थोड़ी दिक्कत हो सकती है।
बैंक से लेें फार्म | Form collect
जहां पर पर्सनल बैंकर तुरंत आपका आधार एकाउंट से लिंक न करें, वहां आप उनसे लिंक कराने का फार्म मांग लें। फार्म हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में भरा जा सकता है। अगर आप फार्म को अंग्रेजी में भरते हैं तो थोड़ी सावधानी जरूरत बरतें। अपने फार्म को अंग्रेजी के कैपिटल शब्दों में ही भरें। पते व नाम के बीच के शब्दों के लिए स्पेस जरूर छोड़ें। अगर आपको फार्म समझ में नहीं आ रहा है तो बैंक के कस्टमर केयर की भी मदद ले सकते हैं। इस फार्म में आपको आधार कार्ड से जुड़ी जानकारियां दर्ज करनी होंगी। इसमें जन्मतिथि, पता, नाम, पिता का नाम दर्ज करें।
अगर डाटा में अंतर हो | If data is differ
हो सकता है कि आपका बैंक एकाउंट पुराना हो। उसमें पुराना पता दर्ज हो और नए बने आधार कार्ड में दूसरा। ऐसे में आपका एकाउंट आधार से लिंक नहीं होगा। इसके लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी होगी। सबसे पहले बैंक मैनेजर के नाम से एप्लीकेशन लिखें। इसमें लिखें कि आपका पता बदल गया है। नए पते के लिए आधार कार्ड का स्वप्रमाणित फोटो स्टेट लगाएं। आपको पासबुक के पहले और आखिरी पन्ने की फोटो स्टेट भी देनी होगी। बैंक 24 घंटे में आपका पता अपडेट कर देगा। इसके बाद आधार कार्ड में दर्ज पते को लिंक के फार्म में दर्ज करें। फार्म को भरने के पहले बैंक से यह जरूर पता लगा लें कि उन्होंने पते को अपडेट कर दिया है कि नहीं। अगर बैंक ने ढिलाई कर दी होगी तो फार्म रिजेक्ट को जाएगा और आपको फिर से मेहनत करनी पड़ेगी।
फार्म को जमा करने के पहले चेक करें | Before form submission one time check
आप फार्म को जमा करने के पहले एक बार खुद से चेक कर लें। आप इस काम में बैंक की भी मदद ले सकते हैं। फार्म में किसी की तरह की काटछांट नहीं होनी चाहिए। अगर फार्म में कोई गलती हो गई है तो गोंचागांची करने की जगह नया फार्म लें और इसे साफ साफ भरें। कटिंग के ऊपर लिखेंगे तो बैंक इसी आधार पर आपका फार्म रिजेक्ट कर सकता है। फार्म भरने में बैंक सहयोग न करे तो आप इंटरनेट की मदद भी ले सकते हैं। आप यू ट्यूब पर जाकर हाउ टू फिल लिंक आधार विद बैंक एकाउंट टाइप करिए। वहां पर आपको फार्म भरने की कई तरकीबें नजर आ जाएंगी। एक बात और। बैंक से फार्म जमा करने की रसीद लेना न भूलें।
यह बैंक दे रहे ऑनलाइन लिंक करने की सुविधा | These banks give online linking facility
- आईसीआईसीआई
- एक्सिस बैंक
- भारतीय स्टेट बैंक
- एचडीएफसी बैंक
- युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया
- देना बैंक
- विजया बैंक
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
- कारपोरेशन बैंक
- आंध्रा बैंक
- इंडियन ओवरसीज बैंक
- ओरियंटल बैंक ऑफ कामर्स
- इलाहाबाद बैंक
- यूको बैंक
- इंडियन बैंक
- बैंक ऑफ इंडिया
- सिंडिकेट बैंक
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- केनरा बैंक
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
- सिटी बैंक
- कोटेक महिंद्रा बैंक
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- पंजाब नेशनल बैंक
- आईडीबीआई बैंक
ऐसे पता लगाएं लिंक के बारे में | How to check submission status
बैंक में फार्म जमा करने के बाद ही आप अपना काम खत्म न मान लें। बैंक पूरी तरह भारतीय ही हैं। हो सकता है कि आपने जो फार्म जमा किया हो, उसे उन्होंने फीड ही न किया हो। आप लिंक का स्टेटस पता करते रहें। अगर दो, चार दिन में काम न हो तो इसकी तुरंत शिकायत दर्ज कराएं। स्टेटस चेक करने में बैंक से मिली रिसीविंग आपके काम आएगा। आप स्टेटस का घर बैठे ही पता लगा सकते हैं। पहले तो आप अपने बैंक पर जाएं। वहां से टोल फ्री नंबर की जानकारी लें। आप फोन करके लिंक का स्टेटस पता लगा सकते हैं। काल कनेक्ट होने में भले ही टाइम लग जाए लेकिन जानकारी एकदम सटीक मिलेगी। कॉल रिसीव करने वाले जानकारी देने के पहले आपके बारे में पर्सनल जानकारी मांगेंगे ताकि वह एकाउंट से इसे टैली करा लें। यह पक्का होने पर ही एकाउंट होल्डर का ही फोन है, वे आपको जानकारी दे देंगे।
एसएमएस के जरिए | through sms
आप एसएमएस के जरिए भी स्टेटस को चेक कर सकते हैं। यह काम भी काफी आसान है। अपने टेक्सट मैसेज बॉक्स में जाएं। सेंड एड्रेस में स्टार 99स्टार टाइप करें। टेक्सट में अपने 12 अंकों का आधार नंबर टाइप करें। इसके बाद 1 दबाएं और सेंड कर दें। पल भर के भीतर ही आपको पता चल जाएगा कि बैंक एकाउंट से आधार लिंक हुआ है कि नहीं। अगर लिंक की जानकारी न मिलें तो अपनी ब्रांच के मैनेजर से मुलाकात करें और लिखित शिकायत दर्ज करवाएं। हो सकता है कि बैंक की लापरवाही के चलते आधार से एकाउंट लिंक न हुआ हो और इससे लेनदेन पर रोक लग जाए। इसलिए देरी तो बिल्कुल भी न करें।
फोन पर न दें किसी को जानकारी | Don’t share any information on phone
इधर बीच हर तरफ आधार को लिंक करने का जोर चल रहा है। हो सकता है कि आपके पास भी बैंक के नाम पर कोई फोन आ जाए। अगर फोन आता है तो इसको नजरअंदाज न करें। कई लोग बैंक के नाम पर फोन करके लोगों को ठग रहे हैं। शातिर लोग फोन करते हैं और उनसे बैंक के एकाउंट व एटीएम कार्ड से जुड़ी जानकारी मांग लेते हैं। कहा जाता है कि वे ऑनलाइन बैंक एकाउंट से आधार कार्ड को लिंक कर रहे हैं। आधार तो लिंक होता नहीं उल्टे एकाउंट ही साफ हो जाता है। इसलिए फोन पर भरोसा न कर खुद ही सारे काम को निपटाएं।