जब से आधार कार्ड आया है, पूरा देश अपने पुराने कागजात को इससे लिंक कराने में जुटा है। पहले बैंक एकाउंट जुड़े फिर बारी आई पैन कार्ड की। कुछ दिन पहले वोटर आईडी व राशन कार्ड को आधार से जोडऩे की प्रक्रिया शुरू हुई तो अब जाति प्रमाण पत्र का नाम भी आ गया है। सरकार ने तय किया है कि उन्हीं पिछड़ी व अनुसूचित जाति के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा जिनका जाति प्रमाण पत्र आधार कार्ड से लिंक है।
इसके बाद से देश में जाति प्रमाण पत्र को आधार से जोडऩे की प्रक्रिया शुरू हो गई है लेकिन अधिकांश को इसके बारे में कोई खास जानकारी नहीं है। जो लोग सरकारी नौकरियों व सुविधाओं के लिए जाति प्रमाण पत्र का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनमें से कई ने इसे आधार से लिंक नहीं करवाया है। इसका खामियाजा उनको तब उठाना पड़ेगा जब भर्ती परीक्षा के बाद उनका रिजल्ट इसी कमी के चलते रोक दिया जाएगा।
जाति प्रमाण पत्र को आधार कार्ड से लिंक करना काफी आसान है। एक आधे घंटे से भी कम समय का काम है। दूसरी बड़ी बात यह है कि अब नए आवास प्रमाण पत्र व जाति प्रमाण पत्र भी तभी जारी किए जा रहे हैं जब आवेदक के पास पहले से आधार कार्ड मौजूद हो। इसलिए एक पल की भी देरी आपका नुकसान करा सकती है।
आप आधार से जाति प्रमाण पत्र को लिंक कराए बिना न तो छात्रवृतित के लिए आवेदन कर पाएंगे, न ही एडमिशन में वेटेज मिलेगा। यदि आरक्षण का लाभ चाहिए तो तत्काल अपने बच्चों का आधार कार्ड तैयार कवा दें और लगे हाथ इससे जाति प्रमाण पत्र को लिंक करा दें।
सरकार का मानना है कि आधार से जाति प्रमाण पत्र के लिंक हो जाने के बाद भविष्य में किसी भी तरह के फर्जीवाड़े की गुंजाइश नहीं बचेगी। फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए न तो स्कॉलरशिप निकाली जा सकेगी, न ही किसी पात्र की सीट हड़पी जा सकेगी। इसलिए आज आप जाति प्रमाण पत्र को आधार से लिंक करने का तरीका जान लें।
जाति प्रमाण पत्र को आधार कार्ड से लिंक कराने का यह है तरीका
- आधार कार्ड को जाति प्रमाण पत्र से लिंक कराने के लिए सबसे पहले आपको कलेक्ट्रेट जाना होगा।
- वहां पर आपको एक फार्म मिलेगा जिसमें आपको जाति प्रमाण पत्र के साथ ही अपने आधार की डिटेल भरनी होगी।
- फार्म काउंटर पर ही जमा हो जाएगा और आपको इसके बाद आपको एक स्लिप मिल जाएगी।
- फार्म जमा होने के बाद आपके जाति प्रमाण पत्र का सत्यापन किया जाएगा और कुछ ही दिन में यह काम हो जाएगा।
- आधार कार्ड के जाति प्रमाण पत्र से लिंक होने के बाद आपको एसएमएस के जरिए इसकी सूचना मिल जाएगी।
- अब आपका आधार कार्ड नंबर ही आगे हर उस फार्म के लिए जाति प्रमाण पत्र का काम करेगा जहां आपको प्रमाण पत्र की फोटो स्टेट लगानी पड़ती थी।
यह है लाभ | Benefit
- जाति प्रमाण पत्र को आधार से जोडऩे की प्रक्रिया शुरू होने से एक बार फिर से इसका वैरिफिकेशन हो जा रहा है।
- अगर किसी ने गलत जानकारी देकर जाति प्रमाण पत्र बनवा लिया होगा तो वह दोबारा जांच में पकड़ा जाएगा।
- फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए एडमिशन या नौकरी पाने वालों का पता चला जाएगा।
- इसके बाद बोगस छात्रवृत्ति के मामले भी खुल जाएंगे।
आवास प्रमाण पत्र भी जुड़ेगा | Link to domicile
सरकार ने आवास प्रमाणपत्र को भी आधार से जोडऩे की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसकी जरूरत इसलिए महसूस की जा रही है कि क्योंकि ऐसे मामले बड़ी संख्या में सामने आते हैं जब दूसरे राज्य के लोग फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाकर किसी अन्य राज्य मेें नौकरी पा लेते हैं। मामला तब खुलता है जब व्यक्ति रिटायर होने के कगार पर पहुंचता है। इसलिए सरकार ने निवास प्रमाण पत्र को भी आधार से लिंक करना अनिवार्य कर दिया है। नए आवास प्रमाण पत्र तो बिना आधार के जारी किए ही नहीं जा रहे, पुराने प्रमाण पत्रों को भी जोडऩे का निर्देश दिया गया है। निवास प्रमाण पत्र से आधार से जोडऩे के लिए आपको यह करना होगा।
- सबसे पहले आपको अपने जिले के कलेक्ट्रेट ऑफिस पर जाना होगा।
- आपको सिंगल विंडो पर पहुंचना होगा जहां से निवास प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं।
- वहां पर आपको निवास प्रमाण पत्र को आधार से लिंक करने का एक फार्म मिलेगा।
- इसको सावधानी से भर दें। इसमें आपको निवास प्रमाण पत्र का नंबर व आधार का नंबर भरना होगा।
- निवास प्रमाण पत्र व आधार कार्ड की फोटो स्टेट भी फार्म के साथ लगानी होगी।
- राजस्व विभाग के लोग आवास प्रमाण पत्र का एक बार फिर से स्थलीय सत्यापन करेंगे। इस प्रक्रिया में 60 दिन तक का समय लग सकता है।
- सत्यापन का काम पूरा होने के बाद आपके मोबाइल पर संदेश आ जाएगा कि आवास प्रमाण पत्र को आधार से लिंक कर दिया गया है।