जिस तरह आप वीजा को रिन्यू करा सकते हैं, उसी तरह आप अपने वीजा को एक्सटेंड भी करा सकते हैं। हालांकि वीजा एक्सटेंड कराने की प्रक्रिया अलग है। आपको इसके लिए देश छोड़ना होता है।। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि वीजा एक्सटेंड क्या है और आप इसे किस तरह करा सकते हैं।
ऐसे कराएं वीजा को एक्सटेंड
वीजा को कैसे एक्सटेंड कैसे करना है, यह जानने से पहले आपको बताते हैं कि इसकी जरूरत क्यों पड़ती है। भारत से बड़ी संख्या में युवा हर साल यूएई, कतर, ओमान जैसे देशों में नौकरी ढूंढने के लिए जाते हैं। ज्यादातर लोग इसके लिए विजिट वीजा पर ही सफर करते हैं। लोग एक से तीन महीने तक का वीजा इश्यू कराकर दुबई, कतर, मसकत वगैरह पहुंच जाते हैं। यहां नौकरी ढूंढते हैं और अगर इस दौरान नौकरी मिल गई तो उन्हें हर हाल में कंट्री छोड़ना होगा।
दूसरी कंट्री का स्टैंप लगना जरूरी है
अगर आपकी नौकरी दुबई में किसी कंपनी में लग गई है तो आपको कंपनी की तरफ से स्थाई वीजा दिया जाएगा। इसके बाद आपको कुछ समय के लिए दुबई यानी यूएई को छोड़ना होगा। आप चाहें तो दोबारा भारत आ जाएं या फिर दूसरे खाड़ी देशों में चले जाएं। दूसरे देश का स्टैंप वीजा पर लगने के बाद ही आपको दोबारा दुबई में रहने दिया जाएगा।
नहीं लौटना चाहते हैं वतन
बहुत से लोग हैं, जो भारत वापस नहीं आना चाहते हैं। वे लोगों से बताकर जाते हैं कि उनकी नौकरी लग गई है। ऐसे में अगर अब वे भारत वापस आते हैं तो उन्हें अच्छा नहीं लगता है। लोगों को यह भी पता चल जाता है कि वे विजिट वीजा पर गए थे। जबकि ज्यादातर लोग यह बताकर खाड़ी देशों में जाते हैं कि उन्हें कंपनी की तरफ से सीधे वीजा जारी किया गया था।
ओमान जाते हैं ज्यादातर लोग
चूंकि कंपनी की गाइडलाइन है कि स्थाई वीजा मिलने के बाद उसपर दूसरे देश का स्टैंप लगना जरूरी है, इसलिए ज्यादातर लोग एयर टू एयर सफर करते हैं। यह एक तरह से औपचारिकता होती है। ओमान का सफर आसान होता है। लोग ओमान के लिए फ्लाइट बुक करते हैं। शाम को ही वापसी का टिकट भी होता है।
ओमान पहुंचने के बाद उनके वीजा पर स्टैंप लग जाता है। शाम को वे फिर से दुबई, शारजाह, अबू धाबी यानी जिस भी जगह नौकरी लगी है, वापस आ जाते हैं। इस तरह कंट्री छोड़ने की औपचारिकता पूरी हो जाती है।
सस्ता है एयर टिकट
जिन लोगों को दुबई, शारजाह या फिर अबू धाबी में नौकरी मिली है, उनके लिए ओमान जाना बेहतर रहता है। ओमान जाने के लिए करीब सौ दरहम खर्च होते हैं। यानी भारतीय मुद्रा के हिसाब से करीब 1700 सौ रुपये में वे आराम से ओमान पहुंच जाते हैं। यह उनके लिए फायदे का सौदा है। ओमान से वापस आने के बाद वे अपनी नौकरी पर लग जाते हैं। इसके बाद उन्हें दोबारा कंट्री छोड़ने की जरूरत नहीं पड़ती है।
वर्किंग वीजा पर नहीं होती है दिक्कत
अगर आप वर्किंग वीजा पर दुबई, कतर, सऊदी अरब, कुवैत गए हैं तो फिर आपको किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना होगा। आपको कंट्री छोड़ने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। डायरेक्ट वर्किंग वीजा का यही फायदा है।
आप सीधे कंपनी पहुंचेंगे और यहां ज्वाइन कर लेंगे। कंट्री छोड़ने की जरूरत सिर्फ और सिर्फ विजिट वीजा पर पड़ती है। चूंकि आप विजिट वीजा पर नौकरी ढूंढने गए होते हैं, इसलिए नौकरी मिलने के बाद आपको एक बार कंट्री छोड़ना होगा। यह काम तभी होगा जब आपके पास वैलिड पासपोर्ट हो।