ज्यादातर लोग अपने बारे में सोचते हैं। अपनी तरक्की के बारे में सोचते हैं। कोई खिलाड़ी बनकर शोहरत और पैसा कमाना चाहता है तो कोई हिंदी सिनेमा में खुद को हीरो के रूप में स्थापित करने के लिए जद्दोजहद कर रहा है। ऐसे भी लोग हैं, जो सिर्फ अपने कारोबार पर फोकस करते हैं, लेकिन ऐसे युवाओं की संख्या बेहद कम है, जो अपने से ज्यादा देश की तरक्की के बारे में सोचते हैं।
केंद्र सरकार ऐसे ही युवाओं को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रही है। सरकार द्वारा शुरू की गई इंस्पायर प्रोग्राम योजना इसी का एक रूप है। इस योजना के तहत उन बच्चों को निखारा जाएगा, जिनकी साइंस और टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी ज्यादा है। जो विज्ञान की दुनिया में भारत और खुद का नाम रोशन करना चाहते हैं। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि इंस्पायर प्रोग्राम योजना क्या है और आपको इससे क्या फायदा मिल सकता है।
इंस्पायर प्रोग्राम योजना के तहत ट्रेनिंग दी जाएगी
इंस्पायर प्रोग्राम योजना के तहत पचार हजार से ज्यादा बच्चों को इंटर्नशिप ट्रेनिंग दी जाएगी। इंटर्नशिप के लिए जगह-जगह सौ से ज्यादा कैंपों का आयोजन किया जाएगा। कैंप में उन बच्चों का चयन किया जाएगा, जिन्हें साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दिलचस्पी है। कैंप में शामिल होने के लिए छात्र-छात्राओं की उम्र दस से पंद्रह साल हो सकती है।
जो बच्चे दसवीं की परीक्षा में टॉप करते हैं, उन्हें इस कैंप में वरीयता दी जा सकती है। इसके अलावा औसत दर्जे के छात्रों को भी तरजीह मिल सकती है। बशर्ते उनकी दिलचस्पी साइंस और टेक्नोलॉजी में होनी चाहिए। सरकार ऐसा बिल्कुल नहीं मानती है कि जो बच्चे अच्छे नंबर लाते हैं, सिर्फ वही पढ़ाई में तेज होते हैं। बात दिलचस्पी की है। बहुत से बच्चे ऐसे हैं, जिनकी कुछ विषय पर मजबूत पकड़ होती है और वे इसी का सहारा लेकर बड़ी कामयाबी हासिल कर लेते हैं।
छात्रवृत्ति भी दी जाएगी
इंस्पायर प्रोग्राम योजना के तहत छात्रों को वजीफा भी दिया जाएगा। 17 से 22 साल आयु वर्ग के होनहार छात्रों को 80 हजार रुपये प्रति वर्ष के रूप में छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसी तरह उन्हें मंथली दस हजार रुपये छात्रवृत्ति के रूप में दिए जा सकत हैं। ये उन छात्रों को दिए जाएंगे, जिन्होंने साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पढ़ाई की है। अच्छे नंबर हासिल किए हैं और आगे की पढ़ाई भी साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ही करना चाहते हैं।
अवार्ड भी दिया जाएगा
इंस्पायर प्रोग्राम योजना के तहत आयोजित कैंपों में शानदार प्रदर्शन करने वाले दस से पंद्रह साल के बच्चों को इनाम भी दिया जाएगा। जानकारों के मुताबिक बच्चों को पांज हार रुपये के रूप में इनाम दिया जाएगा। उन्हें साइंस के क्षेत्र में पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
यही नहीं, बच्चों को प्रमाणपत्र भी दिए जाएंगे। जानकारों के मुताबिक भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। आईटी के क्षेत्र में तो बड़ी कामयाबी हासिल की है, अब विज्ञान के क्षेत्र में भी आगे बढ़ना चाहता है। यही वजह है कि इंस्पायर योजना शुरू की गई है, ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके।
योजना की खास बातें
- सरकार द्वारा शुरू की गई योजना का लाभ कक्षा छह से कक्षा दस तक के छात्र ले सकते हैं। इस कैटिगरी में बच्चों की उम्र दस से पंद्रह साल होनी चाहिए।
- इसी तरह छात्रवृत्ति के लिए 17 से 22 साल के विद्यार्थी एलिजेबल होंगे। हायर एजूकेशन के लिए उन्हें हर महीने दस हजार रुपये छात्रवृत्ति के रूप में मिल सकती है।
- वहीं रिसर्च विंग का हिस्सा 22 से 27 साल के युवा बन सकते हैं। जबकि इंस्पायर फैकल्टी के लिए 27 से 32 साल की उम्र तय की गई है।
- योजना के तहत होनहार बच्चों को अवार्ड के तौर पर पांच हजार रुपये और प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। उन्हें साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
दस लाख बच्चों को मिलेगा लाभ
सरकार ने पांच साल में दस लाख बच्चों को इस योजना के तहत फायदा पहुंचाने की तैयारी की है। बच्चों को इंस्पायर अवार्ड दिए जाएंगे। खास बात यह है कि बच्चों को अवार्ड पाने के लिए किसी तरह की परीक्षा नहीं देना होगा। स्कूल या कालेज के प्रधानाचार्य होनहार बच्चों का चयन करेंगे।
जानकारों के मुताबिक इस योजना में अलग-अलग राज्यों के बच्चे हिस्सा ले सकते हैं। सरकार की ओर से प्रदेशों को गाइडलाइन जारी की जा चुकी है। वहीं शासन की ओर से स्कूल और कालेजों को भी पत्र भेजा जा चुका है। प्रधानाचार्यों को ऐसे बच्चों की सूची तैयार करने को कहा गया है, जो पढ़ाई में अच्छे हों और उनकी दिलचस्पी सांइस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हो।
प्रोजेक्ट्स दिखाने होंगे
होनहार छात्रों का चयन प्रदेश, मंडल, जिला, तहसील, ब्लाक स्तर पर किया जाएगा। छात्रों को एक प्रोजेक्ट्स तैयार करना होगा। प्रोजेक्ट साइंस और टेक्नोलॉजी विषय पर आधारित होना चाहिए। प्रोजेक्ट्स देखने के बाद विशेषज्ञों की राय ली जाएगी। जिन छात्र-छात्राओं ने अच्छा और संबंधित प्रोजेक्ट बनाया होगा, उनकी सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद यूवी को संबंधित विभागों के पास भेजा जाएगा। प्रोजेक्ट अच्छा होने पर बच्चों को अवार्ड के रूप में पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। अवार्ड की रकम सीधे बैंक में आएगी।
क्या होंगे विषय
इंस्पायर प्रोग्राम योजना के लिए साइंस और टेक्नोलॉजी क्षेत्र का चयन किया गया है। इसमें भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, भूविज्ञान विषय को शामिल किया गया है। इसी तरह साइंस और टेक्नोलॉजी से जुड़े हुए 18 और विषयों को शामिल किया गया है। इन विषयों पर पढ़ाई जारी रखने के लिए ही छात्र-छात्राओं को वजीफा दिया जाएगा। सरकार को उम्मीद है कि विद्यार्थियों को इस योजना का फायदा मिलेगा। उनका हौसला भी बढ़ेगा। साथ ही उनके लिए पढ़ाई की दिशा तय करना भी आसान हो जाएगा।