दिल्ली सरकार ने एससी-एसटी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत उन अभ्यर्थियों को सिविल सर्विसेज की मुफ्त कोचिंग दी जाती है जिनके परिवार की वार्षिक आय दो लाख रुपये या इससे कम है। छात्रों को छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है।
इस योजना के तहत एससी-एसटी छात्रों को आईएएस, पीसीएस के साथ ही मैनेजमेंट, मेडिकल व इंजीनियरिंग आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए फ्री कोचिंग की सुविधा प्रदान की जाती है। जिन एससी-एसटी अभ्यर्थियों के परिवार की आय छह लाख रुपये से ज्यादा है, उनकी कोचिंग फीस का 75 प्रतिशत भुगतान सरकार करती है।
इस योजना का उद्देश्य गरीब एससी-एसटी छात्रों को मुख्य धारा में लाना है और उनको आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना है। एससी-एसटी वर्ग के अधिकांश छात्र प्रतिभा होने के बावजूद आगे नहीं बढ़ पाते हैं। सिविल सर्विसेज की तैयारी इतनी महंगी हो गई है कि होनहार गरीब छात्र कोचिंग में प्रवेश नहीं ले पाते हैं। प्रतिभा होने के बावजूद उचित मार्गदर्शन न मिलने के कारण उनके हाथ सफलता नहीं लगती। इसको देखते हुए दिल्ली सरकार ने यह कदम उठाया है।
जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना के तहत यह सुविधाएं मिलेंगी
- संघ लोक सेवा आयोग के ग्रुप ए और बी, एसएससी, रेलवे भर्ती बोर्ड, न्यायिक सेवा की तैयारी कर रहे छात्र इस योजना का लाभ उठाकर मुफ्त कोचिंग हासिल कर सकते हैं।
- राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित की जाने वाली ग्रुप ए और ग्रुप बी की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र इस योजना से जुड़ सकते हैं।
- बैंक, बीमा कंपनियों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में अधिकारी स्तर की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को भी कोचिंग में फ्री मार्गदर्शन मिलेगा।
नियम व शर्तें
- मुफ्त कोचिंग की सुविधा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एनजीओ व निजी संस्थाओं में प्रदान की जाती है।
- इस योजना के तहत चयनित होने वाले विद्यार्थियों को 2500 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है।
- योजना का लाभ उन्हीं परिवार के बच्चों को मिलता है जिनकी वार्षिक आय दो लाख रुपये से कम हो।
- जिस परिवारों की वार्षिक आय सालाना दो से छह लाख रुपये के बीच है, उनकी फीस के 75 फीसदी का भुगतान राज्य सरकार करती है।
- प्रतिभा विकास योजना के तहत 10वीं व 12वीं की परीक्षा पास करने वाले एससी-एसटी अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदन उन्हीं छात्रों का स्वीकार होगा, जिनके परिवार की सालाना आय छह लाख रुपये से कम होगी। छह लाख से ज्यादा वार्षिक आय वाले परिवार के बच्चों को फ्री कोचिंग की सुविधा नहीं मिलेगी।
- एक छात्र को इस योजना के तहत दो बार से अधिक लाभ नहीं मिल सकेगा।
- दोबारा कोचिंग करने पर कुल फीस का 50 प्रतिशत सरकार देगी।
- मुफ्त कोचिंग उन्हीं परीक्षाओं के लिए मिलेगी जहां प्री व मेंस के अलग-अलग पेपर होते हैं।
- कोचिंग में नियमित आना होगा। बिना ठोस कारण के 15 दिन से अधिक अनुपस्थित रहने पर नाम कट जाएगा।
- इस योजना में 75 प्रतिशत सरकारी स्कूलों व 25 प्रतिशत प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को प्रवेश मिलेगा।
- कोचिंग अवधि में बच्चों को 2500 रुपये का स्टाइपेंड भी मिलेगा।
इन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत
- आधार कार्ड
- दिल्ली का राशन कार्ड
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- 10वीं व 12वीं का रिजल्ट
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र