उत्तर प्रदेश सरकार ने सीनियर सिटिजन को बड़ी सौगात दी है। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने न सिर्फ यूपी वृद्धावस्था पेंशन योजना की राशि बढ़ाई है बल्कि इससे अधिक से अधिक वृद्धों को जोड़ने के लिए नियमों में भी बदलाव किया है। सरकार उन वृद्धों को भी पेंशन के दायरे में ले आई है जिनके पास पक्का मकान और टू व्हीलर भी है। सरकार की घोषणा से वृद्धावस्था पेंशन से लाभान्वित होने वाले बुजुर्गों की संख्या 50 लाख से अधिक हो गई है।
वृद्धावस्था पेंशन की राशि में उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 रुपये की वृद्धि की है। पहले मासिक पेंशन 750 रुपये दी जाती थी जिसे बढ़ाकर 800 रुपये कर दिया गया है। वृद्धावस्था पेंशन में पहले कई शर्तें भी जोड़ दी गई थीं। जैसे जिनके पास पक्के मकान हों और टू व्हीलर हों, वे इस योजना का लाभ नहीं उठा पाते थे। नई सरकार ने इस शर्तों को हटा दिया है। नियम में बदलाव से लाभार्थियों की संख्या काफी बढ़ी है।
कहने को तो 800 रुपये महीने में कुछ नहीं होता लेकिन जो कामकाज करने में असमर्थ हैं, उनको इससे कुछ मदद तो मिल ही रही है। सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन पाने वाले लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिलाने और आयुष्मान भारत योजना से भी जोड़ने का निर्देश दिया है। आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन कार्ड के जरिए लोग एक साल में पांच लाख रुपये तक का इलाज फ्री में करवा सकेंगे। यह भी सरकार की तरफ से गरीबों के लिए बहुत बड़ी मदद है।
यूपी वृद्धावस्था पेंशन योजना के लिए पात्रता
- वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश का नागरिक होना आवश्यक है। आवेदक को आवेदन पत्र के साथ निवास प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत करना होगा।
- आवेदक की आयु 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। आवेदक को आयु प्रमाण पत्र की फोटो कॉपी भी प्रस्तुत करनी होगी।
- आवेदक के पास बीपीएल कार्ड होना चाहिए। कार्ड न हो तो 2011 की बीपीएल सूची में नाम होना आवश्यक है।
- जिनके पास पक्का मकान है या अपने नाम से टू व्हीलर है तो वह भी आवेदन कर सकता है।
कैसे करें आवेदन
- इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको जिला मुख्यालय पर जाना होगा। वहां पर सिंगिल विंडो काउंटर से वृद्धावस्था पेंशन का फार्म प्राप्त करना होगा।
- फार्म को सही तरीके से भरें। नाम, पता, पिता का नाम, पता को भरें। इसके पास सभी प्रमाण पत्रों की फोटो कॉपी संलग्न करें।
- फार्म के साथ ही आपको बैंक अकाउंट की डिटेल भी देनी होगी। अगर अब तक आपने बैंक अकाउंट नहीं खुलवाया है तो देरी न करें। अपने निकट की राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखा में जाएं और तत्काल जनधन अकाउंट खुलवा लें। पेंशन की राशि सीधे आपके बैंक अकाउंट में जाएगी।
- आधार कार्ड का होना भी जरूरी है। अगर अब तक आपने आधार कार्ड नहीं बनवाया है तो बिल्कुल भी विलंब न करें। वृद्धावस्था पेंशन के साथ ही आपको अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आधार की जरूरत पड़ेगी।
- इसके साथ ही आप आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण व बीपीएल कार्ड की कॉपी को भी अटैच करें।
- फार्म को भरने के बाद सिंगिल विंडो काउंटर पर ही जमा कर दें। वहां से आपको रिसीविंग की एक स्लिप मिल जाएगी।
- आवेदन पत्र जमा होने के बाद तहसील की तरफ से जांच करवाई जाएगी। जांच अधिकारी की रिपोर्ट मिलने के बाद आपको पेंशन की सुविधा मिलने लगेगी।
- वर्ष में एक बार आपको जीवित होने का प्रमाण पत्र देने के लिए ट्रेजरी या बैंक में जाना होगा।
- आप आवेदन पत्र जमा करने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर की मदद भी ले सकते हैं। सभी तहसीलों, मोहल्लों व ब्लॉक में सर्विस सेंटर खुल गए हैं। यहां पर आप ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं। यहां पर ही आपका बायो मैट्रिक निशान भी ले लिया जाएगा।
- फार्म ऑनलाइन सबमिट होने के बाद भी इसकी जांच होगी। सत्यापन रिपोर्ट मिलने के बाद आपको पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी।
योजना का उद्देश्य
सरकार का उद्देश्य है कि उत्तर प्रदेश का कोई भा वृद्ध जीवन के अंतिम पड़ाव में अपने को अकेला न समझे। राज्य सरकार उसके साथ है। आर्थिक मदद के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी उसकी परेशानियों का समाधान करने को प्रदेश सरकार कृत संकल्पित है। अगर कोई सरकारी कर्मचारी पेंशन की सुविधा देने के बदले रिश्वत मांगे या काम अटकाए तो इसकी जानकारी सीएम हेल्प लाइन व मुख्यमंत्री पोर्टल पर दी जा सकती है। इस मामले में तत्काल कार्यवाही होगी और अधिकारियों व कर्मचारियों की जवाबदेही भी तय होगी।